पिछले कई वर्षों से भारत के सोशल मीडिया में अँग्रेजी नव वर्ष पर विरोध स्वरूप पढ़ी जाने वाली कविता 'ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं' के रचनाकर के नाम पर है विवाद ।
पहले आप कविता 'ये नव वर्ष हमें...
तो शुरू करते हैं, बिना किसी भूमिका के, कुछ ऐसे कि मानो ये 'अनसंग हीरोज - इन्दु से सिंदू तक' नाम की किताब किसी बुक स्टोर या रेलवे स्टेशन पर दिखाई दी, अथवा अमेजन पर यों ही दिख गई।...
'विलोल वीचि वल्लरी' की कवयित्री डॉ. पल्लवी मिश्रा संप्रति राजकीय महाविद्यालय डोईवाला (देहरादून) में अँग्रेजी विषय की सहायक प्रोफेसर हैं एवं हिंदी व अँग्रेजी भाषाओं में स्तरीय लेखन करतीं हैं।
'विलोल वीचि वल्लरी' ('चंचल तरंग लताओं से') नामक 'काव्य...
'पुण्यपथ' अपने पाठकों के लिए सर्वेश तिवारी 'श्रीमुख' की कलम से निकला एक और तौहफा। सर्वेश तिवारी 'श्रीमुख' की लेखन शैली ऐसी है कि जिन्होंने भी परत को पढ़ा है वे पुण्यपथ को पढ़कर ही समझ जाएंगे कि इसके...