ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं | कवि अंकुर ‘आनंद’ की है ये कविता
पिछले कई वर्षों से भारत के सोशल मीडिया में अँग्रेजी नव वर्ष पर विरोध स्वरूप पढ़ी जाने वाली कविता ‘ये …
पिछले कई वर्षों से भारत के सोशल मीडिया में अँग्रेजी नव वर्ष पर विरोध स्वरूप पढ़ी जाने वाली कविता ‘ये …
तो शुरू करते हैं, बिना किसी भूमिका के, कुछ ऐसे कि मानो ये ‘अनसंग हीरोज – इन्दु से सिंदू तक’ …
‘विलोल वीचि वल्लरी’ की कवयित्री डॉ. पल्लवी मिश्रा संप्रति राजकीय महाविद्यालय डोईवाला (देहरादून) में अँग्रेजी विषय की सहायक प्रोफेसर हैं …
‘पुण्यपथ’ अपने पाठकों के लिए सर्वेश तिवारी ‘श्रीमुख’ की कलम से निकला एक और तौहफा। सर्वेश तिवारी ‘श्रीमुख’ की लेखन …